वाहन शुल्क जमा नहीं होने पर विद्यार्थियों को परीक्षा से कर दिया वंचित!
आदित्य इंटरनेशनल की शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे पालक
स्कूल प्रबंधन ने कहा पालक व निजी वाहन चालकों ने फैलाया भ्रम
खरगोन। निजी स्कूलों में पढ़ाई कैसी भी हो पर फीस समय पर चुकानी पड़ती है, नहीं तो प्रबंधन विद्यार्थियों को बाहर का रास्ता दिखाने में कोई कोताही नहीं बरतता। शहर के कसरावद रोड़ पर संचालित हो रही आदित्य इंटरनेशनल स्कूल में अध्ययनरत बच्चों का वाहन शुल्क जमा नहीं होने पर परीक्षा से वंचित करने की शिकायत बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंची। यहां करीब आधा दर्जन पालक अपने बच्चों के साथ पहुंचे और कलेक्टर गोपालचंद्र डाड को शिकायत की। जबकि स्कूल प्रबंधन ने आरोप से इंकार करते हुए किसी भी विद्यार्थी को परीक्षा से वंचित नहीं करने की बात कही है।
पालक मनोज गुप्ता, अर्पण पाटीदार, रिंकेश जैन आदि ने कलेक्टर को शिकायती आवेदन सौंपते हुए बताया कि उनके बच्चे आदित्य इंटरनेशनल स्कूल में अध्ययनरत है, उनके द्वारा वार्षिक शुल्क समय पर जमा करा दिया गया है, जबकि आर्थिक समस्या के कारण वाहन शुल्क जमा नहीं करा पाए, इसके चलते बुधवार को एलकेजी के बच्चों को स्कूल में बैठने नहीं दिया। पालको का आरोप है कि बच्चों का गणित ओरल का प्रश्न पत्र आज होना था, सुबह बच्चे स्कूल गए भी लेकिन जिस वाहन से स्कूल गए थे उसी वाहन से स्कूल प्रबंधन ने उन्हें वापस घर भेज दिया। फीस के कारण उन्हें परीक्षा में भी नहीं बैठने दिया गया। पालको ने कलेक्टर से मांग की है कि उनके बच्चों को वार्षिक परीक्षा से वंचित नहीं किया जाए, इसके लिए वे हस्तक्षेप कर स्कूल प्रबंधन को निर्देश जारी करें।
वाहन चालक और पालकों ने भ्रम फैलाया
किसी भी विद्यार्थी को स्कूल फीस या वाहन शुल्क बकाया होने पर परीक्षा से वंचित नहींं किया गया है। कुछ पालको से फीस बकाया होने पर एवं निजी वाहन चालको ने उनकी राशि बकाया होने पर यह भ्रम फैलाया है। - समीर मोहम्मद, प्राचार्य, आदित्य इंटरनेशनल स्कूल।
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