निमाड़ क्षेत्र का गणागौर पर्व प्रारंभ


खरगोन 19 मार्च । समूचे निमाड़ का प्रसिद्ध गणगौर पर्व खरगोन व आसपास के गांव में तैयारियां प्रारंभ 20 मार्च  शुक्रवार को खरगोन के मोहल्लों एवं क्षेत्र में पंडित पुजारियों के निवासो पर सुबह से ही माता गणगौर के जवारे बोने के लिए भक्त छोटी छोटी बांस की टोकनीया तथा मान लेने वाले भक्त जो गणगौर माता के रथ नहीं सिंगारते वह सुनार के यहां से चांदी की छोटी छोटी टोकनीया लेकर पंडित जी के निवास पर पहुंचेंगे शाम 4:00 बजे महिलाएं ढोल धमाके के साथ बगीचे में मिट्टी लेने पहुंचेगी रात्रि में बोये जाएंगे  ज्वारे नुतन नगर में दाता हनुमान मंदिर के पुजारी ने बताया कि नगर में लगभग 50 जगह पर माता की बाड़ी बोई जाती है में   तो  ई साल से माता के जवारे  बो रहा हुं सात दिन माता की सेवा करने पड़ती है गणगौर पर्व की तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी है  जवारे बोये जाने के लिए तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है उल्लेखनीय है कि  खरगोन जिले के आसपास के शहर, गांव में के पंडित पुजारीयो के निवासो पर रंगाई पुताई व सफाई का कार्य किया जा रहा है।                           निमाड़ की प्रसिद्ध गणगौर पर्व 7 दिनों तक बाड़ी स्थानों पर निमाड़ी लोकगीत झालरिया की गुंज गुंजेगी महिलाएं रात्रि निमाड़ी लोकगीत झालरिया की गुंज देने वाली स्थानों पर पहुंचेगी तीनों स्थानों पर गुरुवार मुहूर्त में टोकरीयो में जवारे बोये जाएंगे 7 दिन सेवा पूजा अर्चन के बाद 27 मार्च शुक्रवार को सार्वजनिक पूजा अर्चना हेतु क ई  स्थानों पर एक साथ माता की बाड़ी  प्रात ब्रह्म मुहूर्त में खोल दी जाएगी दिनभर भक्तों का जनसैलाब बाड़ी स्थल पर पूजा अर्चना के लिए उमड़ेगा दोपहर 2:00 बजे सभी भक्तों अपने अपने घरों में माता के रथों को सजाकर बाड़ी स्थानों पर बारात लेकर धनियर राजा के साथ पहुंचेंगे वहां से नाच गाने के बाद अपने अपने घरों में रातों को ले जाकर रात्रि जागरण किया जाएगा 28  मार्च को रथो एकत्रित होंगे जहां परंपरा अनुसार जन समुदाय के द्वारा पूजा अर्चना के बाद लाइन में सभी रथो को ढोल धमाके के साथ कुंदा नदी  के तट पर रथो को पानी पिलाने ले जाएंगे 29  मार्च को मन्नत अनुसार 1 दिन गणगौर माता के सभी रथो को जजमान पूजा अर्चना के लिए अपने निवास पर लाएंगे जहां पूजा अर्चना विशाल भंडारे के बाद 30  मार्च को कुंदा नदी की मध्य धारा में ज्वारो को विसर्जन किया जाएगा।


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