शिक्षा सबसे बड़ा दान होता है-संस्कृति मंत्री डॉ. साधौ
खरगोन 04 जनवरी 2020/ प्रदेश की चिकित्सा शिक्षा, आयुष एवं संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ शनिवार को मंडलेश्वर की श्री उमिया कन्या शिक्षा महाविद्यालय व महेश्वर की शासकीय कन्या उमावि के वार्षिक उत्सव में शामिल हुई। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों व विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा देश गुरू-शिष्य की परंपरा वाला देश है। देश में गुरू-शिष्य परंपरा में गुरूओं की पूजा की जाती है। अक्सर हम देखते है कि माता-पिता के बाद गुरूओं की ही पूजा की जाती है। संस्कृति मंत्री डॉ. साधौ ने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के ऊपर सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है कि वहां पढ़ने वाला हर बच्चा एक अच्छा आदमी बन सके। शिक्षा सबसे बड़ा दान होता है और शिक्षा दान करने से इसका कभी न कभी समाज में असर होता ही है।
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संस्कृति मंत्री आज राष्ट्रीय वोट रेस प्रतियोगिता के समापन समारोह में होंगी शामिल
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आज रविवार को संस्कृति मंत्री डॉ. साधौ मंडलेश्वर से धरमपुरी जिला धार के लिए रवाना होंगी और वहां के मंडी प्रांगण में आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री निकाह योजनांतर्गत सम्मेलन में शामिल होंगी। संस्कृति मंत्री डॉ. साधौ रविवार दोपहर में ही मंडलेश्वर आएंगी और स्थानीय कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद शाम 5 बजे महेश्वर के सहस्त्रधारा (जलकोटी) में 7वीं राष्ट्रीय वोट रेस प्रतियोगिता के समापन समारोह में शामिल होंगी। वहीं सोमवार को मंत्री डॉ. साधौ प्रातः 10 बजे महेश्वर के मंडी प्रांगण में आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय के राज्य स्तरीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला में शामिल होंगी। इसके उपरांत दोपहर 12 बजे महेश्वर के शासकीय चिकित्सालय प्रांगण में आयुष्मान शिविर में शामिल होंगी और कृषि उपज मंडी महेश्वर व करही के निर्माण कार्य का शिलान्यास, पोस्ट मेट्रिक छात्रावास के अतिरिक्त कक्ष निर्माण का शिलान्यास तथा हायर सेकेंडरी स्कूल पिपल्या बुजुर्ग में बाउंड्रीवाल निर्माण का शिलान्यास भी करेंगी। मंत्री डॉ. साधौ शाम को भोपाल के लिए रवाना होंगी।
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